परिणाम:पहेली नम्बर 2
दूसरी पहेली में मैँने एक ब्लॉगर के चित्र के साथ कुछ छेड़खानी करने के बाद आप सभी से उस ब्लॉगर की असली पहचान याने के उसका नाम बताने के लिए कहा था।मेरे इस आग्रह को आपने हाथों-हाथ लिया और अपनी टिप्पणी रूपी प्रतिक्रियाओं से मुझे अवगत कराया...इसके लिए मैँ आप सब का बहुत-बहुत आभारी हूँ।
आप सभी की टिप्पणियाँ तो मिली लेकिन अफसोस कि इस बार भी सही उत्तर कोई नहीं दे पाया सिवाय श्री अविनाश वाचस्पति जी के...
जी हाँ!...उन्होंने उसे एकदम से पहचान लिया कि इस चित्र में
'तलाश' ब्लॉग वाले श्री सुशील छौक्कर जी छिपे हुए हैँ...
अविनाश जी....आप बस "ओस में भीगी हुई छतरी" का जुगाड़ कर लीजिए..."कनखजूरे के तिरछे कानों का जोड़ा" मेरे पास तैयार पड़ा है
तो दोस्तो...अब चलते हैँ आज की पहेली की तरफ...आज की पहेली को और रोचक बनाने के लिए इस बार आपके सामने दो चित्र दिए जा रहे हैँ...आपको दोनों को पहचानना है...उनमें से एक सींकिया पहलवान आपके सामने अपने डौलों का प्रदर्शन कर रहा है तो दूसरा...अब अपने मुँह से कैसे कहूँ?..आप खुद ही देख लें...
और हाँ!...आज की पहेली का सही हल खोजने वाले को ईनाम में मिलने वाली हैँ...
"मरियल बिल्ली के डर से पलंग के नीचे छुपे हुए दढियल हैवान के बाएँ कान की दायीं वाली बाली"
तो फिर देर किस बात की है?...फटाफट अन्दाज़ा लगाईए कि ये कौन-कौन महानुभाव हैँ जो इस कदर सबके सामने अंग प्रदर्शन करने से बाज़ नहीं आ रहे हैँ?...
20 comments:
ज्ञानदत्त पाण्डे जी
और एक अनुराग आर्या
इनको पहचान तो गये हैं मुदा नाम याद नहीं आ रहा ..कहीं आप खुदे तो पहलवान तो नहीं बन गये न....चलिये अभी बताते हैं..इ बार अविनाश भाई को हरा देंगे
ये तो अविनाश वाचस्पति जी ही लग रहे है..
शिव कुमार मिश्राजी !!
अंदाजा लगाने का क्या फायदा अविनाश बता देगा...........................///////
तुम दोनॅ मिल कर खेल रहे हो क्या...????????????
yeh kuch jana pehchana sa chehra hi lag raha hai..... hihihihihihih....
सींकिया पहलवान जिन्हें रहे हो बतला
वे तो सचमुच के पहलवान नजर आते हैं
तने जा तने जा कहलाते हैं
राजीव लग रहे हैं
इनसे अधिक पहचाना हुआ तो और कोई नजर नहीं आ रहा है
और जो पत्रिका के मुखपृष्ठ पर
जन्मदिन मना रहा है
बिना रूठे और शरमा रहा है
कुलवंत हैप्पी लगता है।
कोशिश करनी पड़ेगी :-)
बी एस पाबला
सुनो ब्लॉगरों
दो पहेलियां जीती हैं
कोई तो बधाई दे दो
सब शरमा रहे हो
या टिप्पणियां बचा रहे हो।
इस टिप्पणी को तो रिलीज कर देना भैया।
यह लो जी दो दो यानि चार टिपण्णियां, बहुत बहुत बधाई, अजी दो बार बधाई, अब अगली बधाई भि पहले से ले ले हमारे दिमाह मे तो घुस नही रहा, राम राम जी की
हम तो माथा पच्ची करके हार गए जी ,पहेली हमारे सर के ऊपर होकर निकल गई और हमें पता भी न चला । अविनाशजी को पिछली दोनों जीत की बधाई के अलावा अगली जीत के लिए भी अग्रिम बधाई ।
बहुत बहुत बधाइयां जी............
इसी प्रकार लगे रहें
इसी प्रकार जगे रहें
___हम तो चले सोने,,,,,,,,,,,,,,हा हा हा
gyandatt pandey ji
राजीव भैय्ये,
कल मुझे मुंह कहां छुपाना है, ये भी बता देते...अमा यार ये तो ध्यान रख लेते घर में मेरे एक अदद पत्नीश्री भी है...अब इतनी सुंदर-सुंदर बालाओं को साथ दिखाकर क्यों मेरा घर से बोरिया बिस्तर बंधवाने की तैयारी कर रहे हो...
जय हिंद....
और पहले वाले वो है जो इस पोस्ट पर नंबर दो पर टिप्पणी करने आए और दिमाग में न घुसने की बात कह कर खुद को ही नहीं पहचान पाए...यानी राज भाटिया जी....
जय हिंद....
avinash ji ko badhaai aur bahut saari badhaai,
aur ye body builder ko dekhkar lagtaa hai mahvir sharmaa ji hain !!! upar upar !
maza aa gaya....
बधाई x infinity
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