बोलो तारा रारा-राजीव तनेजा

slap

शरद को हरविंदर मिला करके लम्बे हाथ
करके लम्बे हाथ   थप्पड़ जोर से मारा
थप्पड़ जोर से मारा काबू रहा ना गुस्से पे

चढ गया ऊपर पारा….

चढ गया ऊपर पारा

सूज गयी सारी आँख सूज गया बूत्था सारा

सारे मिल के बोलो  तारा रारा…तारा रारा

***राजीव तनेजा***

8 comments:

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

तारा रारा…तारा रारा :)))

बोल दिए जी।

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

वाह जी वाह तारा रा रा

Arun sathi said...

साधु-साधु

शिवम् मिश्रा said...

तारा रारा…तारा रारा :)

डॉ टी एस दराल said...

अरा अरा अरा !
हमारी मर्ज़ी , हम कुछ भी बोलें ! :)
क्या सन्यास ले लिया था भाई !

vandana gupta said...

हा हा हा………ता रा रा

अजित गुप्ता का कोना said...

इसे कहते हैं दिन में भी तारे दिखना। तारे रा रे रा

Rakesh Kumar said...

अटल जी कह रहे हैं

यह अच्छी बात नही.

अन्ना का कहना तो सब जानते ही हैं.

फिर मैं क्या कहूँ

बोलो ता रा रा रा

 
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