"रहेगा वर्चस्व हमेशा दिल्ली का"

"रहेगा वर्चस्व हमेशा दिल्ली का"

***राजीव तनेजा***


सोनिया फँसी दुविधा में
कांग्रेस करे गहन विचार
कैसे बाँटे किसको बाँटे
भारत रत्न नामी अचार

किसको दें किसको न दें
कैसे बाँटे है एक अनार
लेने को खडे कई कई
दिख रहे सैंकडो बिमार

अडवाणी कहे करो फैसला
टूटे ना कभी हमारा हौसला
भारत रत्न का दावेदार रहे
कुँवारा निपट'अटल'अकेला



गुलामी से अब तक की सेवा
नहीं मिला कभी ढंग का मेवा
देवीलाल को मिले भारत रत्न
मनाएं हम खुशी और जश्न


रहे संग गान्धी जय प्रकाश तलक
पैठ इनकी बिग बी से अंबानी तक
करो ना तुम अब कोई गहन विचार
मुलायम सिंह को चुन लो इस बार


हुह!..
'काशीराम' को मिले भारत रत्न
करूँ मैँ कुँवारी नित घनघोर जतन
मायावती की सुन लो पुकार
दे दो भारत रत्न बस एक बार

सुन अजीत रोए चिंघाडे मार
चौधरी चरण सिंह के नाम पर
कर लो तुम कुछ गहन विचार
मेवा ना करो अब हम से दूर

पैंशन दे पूरा हुआ कर्तव्य
नादानों ये तुम ना जानो
बहादुर शाह है असल हकदार
मिले भारत रत्न हमें इस बार

खोली पोथियाँ बाँचा इतिहास
दुविधा का पाया अचूक इलाज
गूढ सवाल मिला सरल जवाब
फूट डाल शासन किया निर्बाध

नहीं मिलेगा अब भारत रत्न
चाहें कर ले कोई लाख जतन
मिलेगा हर प्रदेश को प्रतिनिधित्व
जिसने किया प्रदेश को गौरवानित

यू पी रत्न तो कोई बिहार रत्न
कोई गोवा रत्न तो कोई पंजाब रत्न
कोई रत्न हुआ अब महराष्ट्र का
बुरा हष्र सब में गुजरात का

सोनिया संग कांग्रेस मुस्काई
होगी नहीं कभी अब जग हँसाई
नहीं डर रास्ता काटती बिल्ली का
रहेगा वर्चस्व हमेशा दिल्ली का

रहेगा वर्चस्व हमेशा दिल्ली का


***राजीव तनेजा***


नोट: कविता का आईडिया किर्तिश भट्ट जी के कार्टून से लिया गया है

1 comments:

Nirbhay Jain said...

bahut hi sundar rachna

sabhi de dave apne achchi trah se preshit kiya achchha laga

badhai

 
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