हद होती है यार हर चीज़ की...क्रिकेट के पीछे इतना ज़ुनून?...कोई और काम-धाम है कि नहीं?...
क्या हुआ?...नहीं समझे?...
ओफ्फो!...आप भी ना...
कल की पहेली में मैँने आपको सात चित्रों में छुपे हुए पाँच ब्लॉगरों को खोज निकालने का जिम्मा सौंपा था कि नहीं?...
बोलो!...बोलते क्यूँ नहीं?...
हुँह!..सारा का सारा ध्यान तो आप लोगों का दूसरों को टिपियाने में लगा हुआ था...पहेली का हल क्या खाक ढूँढते?...
किसी ने 'एक' सही जवाब दिया तो किसी ने 'दो'...कोई 'तीन' सही जवाब दे के चलता बना...
और ये 'संगीता पुरी' जी...दीपक 'मशाल' जी...'ललित शर्मा' जी और अलबेला जी...आपको क्या हो गया था?...
हाँ जनाब!...मैँ आप ही से बात कर रहा हूँ...
सारा का सारा ध्यान क्रिकेट पे कि...दे चौक्के पे चौक्का?"...
जी हाँ!...आप लोगों ने एक नहीं...दो नहीं...तीन नहीं बल्कि चार सवालों के सही जवाब दिए हैँ...
अरे यार!...माना कि क्रिकेट में पँजा नहीं बल्कि चौक्का या फिर छक्का मारा जाता है...लेकिन ब्लॉगिंग में या पहेलियों पे ऐसी कोई रोक नहीं है कि सभी पाँचों उत्तर ना दिए जाएँ...
खैर चलो!...इस बार जो हुआ...सो हुआ..मैँ आप सभी को संयुक्त रूप से आंशिक विजेता घोषित कर रहा हूँ लेकिन अगली बार से ऐसा नहीं चलेगा...
क्यों?...ध्यान रहेगा ना?...
चलो...ये हँसी-मज़ाक की बातें तो चलती ही रहेंगी...अब आते हैँ असली मुद्दे..याने के कल की पहेली के परिणाम की तरफ ...तो कल मैँने जिन ब्लॉगरों के चित्रों को छुपाया था...उनके नाम हैँ:
1.श्री जी.के अवधिया जी
2.श्री ज्ञानदत्त पांडे जी
3.श्री अभिषेक तिवारी कार्टूनिस्ट जी
4.श्री राज भाटिया जी
5.शेफाली पांडेय जी
अब चलते हैँ आज की पहेली...की तरफ ...तो आज आपने नीचे दिए गए 10 चित्रों में छुपे हुए 6 ब्लॉगरों को पहचाना है...
17 comments:
Is baar to thoda muskil lag raha hai abhi soch hi raha hoon kuch samajh me aaya to fir bata doonga...par haan chehara chupaya aapne bade hi achche tarike se ...badhiya chitran..dhanywaad
एक कविता जी है ,एक दीपक और .. फिर सेदेखता हू जरा ...
अल्पना जी, विवेक जी,बाकी ओरो के लिये छोड दिया
Ankit Safar
Seema Gupta ji
Dipak Mashal
Khushdeep Sahgal ji
Sabhi vijetaon ko bahut bahut badhai...... kal ke paheli mein isliye nahi shaamil ho paaya.....qki kal main bahut 10sion mein tha..... iske liye aapse maafi chahta hoon......
aaj ke jawaab is prakaar hain.....
1. Murari pareek ji...
2. Shefali ji
3. Shri. M.L. Vermaji
4. Shri. Shastri ji...
5. Shri. Khushdeep ji
6. Shri. Shefali ji... phir se...
7. Vivek ji
8. Adaaji...
9. Dipak... ji
10. Inko main nahin pehchaan paya...
dhanyawwadd
JAI HIND..
aanshik vljeta hoon ha ha ha ha
lekin vijeta to hoon......
laao aanshik award !
ha ha ha ha ha
जी आज तो मैं भी आ गया, आपकी पहेली में..... बाकियों को तो पहचान नहीं पाया. मगर किसी ने सही कहा हैं कि अगर आपने खुद को पहचान लिया तो दुनिया आपको सलाम करेगी...... तो सलाम के इन्तजार में ....... :D
Rajeev ji baki ke do bloggers hain-
Shree Ashok Chakradhar ji aur
Shree M Verma ji...
Jai Hind...
आज कुछ कठिन है !!
अनुराग आर्या और अनुराग शर्मा दोनों ही लग रहे हैं इसमें...बाकी और देखते हैं अभी.
तीसरा नाम नोट करिये-ज्योत्सना जी.
hamen to pata hee nahi tha ...ki pichhlee pahelee me hum bhi hain...
राजीव भाई,
अब ये खेल अपने बूते से बाहर होता जा रहा है...आपसे एक अनुरोध है कि आप एक दिन ये पहेली और एक दिन अपना लेख (व्यंग्य) पोस्ट किया करें...इससे वैरायटी भी रहेगी और दिलचस्पी भी बनी रहेगी...ये मैंने भी महसूस किया है कि आपकी पोस्ट पर जाकर पिछली पोस्ट पर जाने में दिक्कत हो रही है...साथ ही फॉर्मेट कुछ भारी हो गया है....आपके कमेंट वाली जगह पर एक दाएं से बाएं पट्टी चलती रहती है, उसे हटा दीजिए...रही बात आपने जो मुझे किट भेजी थी वो काफी कोशिश के बाद भी मैं इंस्टाल नहीं कर पाया हूं....ये विस्टा पर फोनेटिक का कोई हिंदी फोंट न मिलना मेरे लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है...कई बार सॉफ्टवेयर की दुकान पर भी गया लेकिन उन्हें सिर्फ हिंदी के रैमिंग्टन फोंट्स पता है...फोनेटिक के हिंदी फोंट्स के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है....समझ नहीं आ रहा इस समस्या का कैसे निदान करूं...
जय हिंद...
Seema Gupta ji
Dipak Mashal
M Verma
taneja ji
vakai mushkil hai
घूम फिर कर वही चेहरे
पर कहीं चेहरे की चौड़ाई बढ़ा दी है
कहीं लंबाई घटा दी है
कहीं बना दिया है बच्चा
कोई चेहरा नहीं रहा सच्चा।
कहीं दांत गायब...
इतना ज्यादा बदलना है तो
एक साइड बार में उनके ब्लॉगों के नाम भी दें
कि इसमें से पहचानें
उसमें नाम ज्यादा डालें
फालतू के ब्लॉग के
मतलब ब्लॉग फालतू नहीं
ब्लॉग के नाम फालतू
पालतू नहीं कह रहा हूं
कह रहा हूं फालतू
मतलब न ब्लॉग फालतू
न ब्लॉग के नाम फालतू
जितने चेहरे हों
उनके अधिक ब्लॉग के नाम हों
फिर पहचनवाएं
और इनाम सचमुच के
भारी भरकम कम नहीं, भारी रखें
पहेली सदा जारी रखें
व्यंग्य लिखना बंद करें
हास्य अच्छा लगता है
जैसा ब्लॉग का नाम है
वैसा ही काम हो जाएगा
सच
बहुत मजा आएगा
उद्देश्य जो है ब्लॉग का
सार्थक हो जाएगा।
मजा तो खूबहि आया ई ब्लाब पे आ के
पर देखो मजा का सजा भुगत रहे हैं
पहेली में उलझ रहे हैं
जिधर देखो उधर पहेली
लगता है हम कंम्प्यूटर में नहीं किसी परीक्षा में बैठे हैं
पहेली भी इतनी कठिन
इत्ता मेहनत किए होते तो
आई०ए०एस० न हो जाते
--कमाल करते हैं!!!
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