परिणाम:चेहरा छुपा दिया है हमने नकाब में-7
दोस्तो..कल मैँ आपके सामने पाँच चित्र पेश किए थे जिनमें आपने छुपे हुए पाँच ब्लॉगरों को पहचानना था.....आप सभी ने जिस उत्साह से त्वरित टिप्पणियों के जरिए मेरा हौंसला बढाया...उससे मैँ अभिभूत हूँ...
कल की पहेली में शामिल ब्लॉगरों के नाम थे:
1.कुमारेन्द्र सिंह सेंगर जी
2.गिरीश बिल्लौरे मुकुल
3.गिरीश पंकज राजकुमार ग्वालानी
4.राजकुमार ग्वालानी
5.कार्टूनिस्ट इरफान जी
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कल सबसे पहले संगीता पुरी जी की टिप्पणी प्राप्त हुई जिसमें वो एक ब्लॉगर का नाम सही बता पाई...उनके बाद महफूज़ अली जी की टिप्पणी आई जिसमें उन्होंने पिछली पहेली के विजेता श्री दीपक 'मशाल' जी को बधाई देते हुए ब्लॉगरों के नाम बताए थे... वो भी सिर्फ एक ब्लॉगर का ही नाम सही से बता पाए... उसके बाद शेफाली पाण्डेय जी की टिप्पणी आई...उन्होंने किसी ब्लॉगर का नाम तो नहीं बताया अलबत्ता पिछली पहेली में शामिल अपनी तस्वीरों को देख के खुशी और हैरानी जताई...उनके बाद 'अदा' जी ने मेरे काम की तारीफ करते हुए मुझे बधाई दी... उड़न तश्तरी जी ने भी एक नाम का अन्दाज़ा लगाया लेकिन वो नाम गलत था.. विनोद पाण्डेय जी ने भी अन्दाज़ा लगाने की कोशिश की लेकिन असफल रहे... इसके बाद ललित शर्मा जी ने लगभग तीन ब्लॉगरों के नाम सही बताए..लगभग इसलिए कि एक नाम को वो सही से लिखना भूल गए... अविनाश वाचस्पति जी ने दो नाम सही बताए... अनिल पुसदकर जी ने भी तीन नाम सही बताए... दीपक 'मशाल' जी ने तीन किश्तों में दो नाम सही बताए..याने के इस बार भी पाँचो नाम कोई भी सही नहीं बता पाया..तो इस हिसाब से देखा जाए तो ललित शर्मा जी और अनिल पुसदकर जी...दोनों इस बार की पहेली के संयुक्त रूप से आंशिक विजेता हैँ...उन दोनों को बहुत-बहुत बधाई
इनके अलावा श्री अलबेला खत्री जी और श्री योगेन्द्र मौदगिल जी की भी तरफ से टिप्पणी रूपी आशीर्वाद प्राप्त हुआ
अब चलते हैँ आज की पहेली की तरफ ...तो आज आपके सामने पेश हैँ सात चित्र जिनमें आपको छुपे हुए चार ब्लॉगरों को ढूँढ निकालना है...तो इंतज़ार रहेगा आपकी टिप्पणियों का...
दोस्तों...एक बात मैँ और आपसे कहना चाहता था कि...अति हर चीज़ की गलत होती है...इसलिए मैँ आपसे पूछना चाहता था कि कहीं यह पहेली आपको ज़रूरत से कुछ ज़्यादा बोर तो नहीं कर रही?...अगर ऐसा है तो क्यों ना इसे कुछ समय के लिए यहीं पर विराम दे दिया जाए?...
इससे पहले की आप मुझे ज़बरदस्ती रिटायर करें...क्यों ना मैँ खुद ही.....
24 comments:
na na na na na na na na
kah do ki ye jhooooth hai
chalne do...............
mazaa aa raha hai
na logon ki samajh me kuchh aa raha hai
na apni samajh me kuchh aa raha hai
par mazaa aa raha hai
vahi mazaa jo bachpan me english film dekhne me aataa tha..samajh me kuchh nahin aata tha par mazaa bahut aata tha........
Ek to Sharad Kokas ji hain...ek dam pakka...
एक तो श्रृद्धा जी, एक डॉक्टर टी एस दराल साहेब, एक शरद कोकस जी और एक ज्ञानदत्त पाण्डे जी...
-इस बार भी अगर गलत निकले...तो सबसे ज्यादा गल्ति वाला पुरुस्कार प्लीज दे दिजियेगा. :)
शरद कोकास,ज्ञानदत्त पाण्डेय,दीपक मशाल्।
एक तो शरद कोकास पकड़ में आए।
बाकी देखते हैं
बी एस पाबला
sabko bahut bahut badhai..........
aur ab aaj ke sawaal ka jawaab...
1. Seema ji
2. Dipak
3. Dhiru ji
4. thaa bhi Dipak
5. Sharad bhaiya
6. Confuse hoon....
7. vaan bhi Dipak
ek raj bhatiya ....ek sharad kokas
एक तो दिनेश राय द्विवेदी जी है, और एक हैं शरद कोकस जी..बाकी गेस नही कर पा हूँ ..और मेरा मानना है की चलाने दीजिए अब तो हिट हो गया है प्रोग्राम ...
एक तो शरद कोकस जी है..बकिया को भी धीरे धीरे पहचानते हैं..राजीव भाई एक या दो ..इससे ज्यादा ब्लोग्गर्स को मत निपटाईये एक बार में ..मजा आएगा..और आ ही रहा है..जारी रहे जी..
इस कमेंट पर मॉडरेशन के नियम लागू नहीं होते हैं, ध्यान रखा जाए।
इनाम दोगे नहीं
यों ही पहेलियां बुझवाते रहोगे
कुछ इनाम भी तो जलवाओ
ये बूझते बूझते सब बुझ जायेंगे
आप तो बुझ ही रहे हो तनेजा जी
इसलिए अब भागने की फिराक में हो
पर हम भागने नहीं देंगे
हम तो दौड़ाने में यकीन रखते हैं
अच्छा है आपकी लंबी लंबी कहानियों से
तो यह सजा अच्छी है
इसमें मगजमारी सच्ची है
पर कायरों के माफिक मैदान मत छोड़ जाना
और भैया हमारा इनाम जरूर भिजवाना।
सीमा गुप्ता
दीपक मशाल
शरद कोकास
ललित शर्मा
राज भाटिया
जी के अवधिया
ज्ञानदत्त पांडेय
क्रम स्वयं ही देख लें। इसमें शरद कोकास जी को पहचानना सबसे आसान रहा। लगता ही नहीं कि कोई मेहनत की है राजीव तनेजा ने। इनके चित्र तक आते पहुंचते थक गए होंगे। और मेरा इनाम अभी तक नहीं मिला है। जल्दी भिजवाइये वरना आर टी आई एक्ट 2005 का प्रयोग करना पड़ेगा।
राजीव भाई,
अविनाश जी की बात पर गौर करते हुए अगला ईनाम रखिए...भागते राजीव तनेजा की लंगोटी...(सॉरी...सॉरी कहावत में तो भागते भूत की लंगोटी आता है)...वैसे वो बिग ब्रदर की तर्ज वाले ब्लॉगर्स हाउस का ताला कब खोलने का इरादा है...या कमरे में भूतों के डर से इरादा पोस्टपोन कर रखा है...पहेली हल करना अपने भूते से बाहर होता जा रहा है...अविनाश जी पर ही ये काम छोड़ दिया जाए...उनकी जीत में ही हमारी जीत है...
जय हिंद...
प्रिय अविनाश जी एवं खुशदीप जी ...मुझे इस पहेली को जारी रखने में कोई दिक्कत नहीं है...ये सब तो मैँने ये सोच के लिख दिया था कि शायद आप सभी लोग हँसते रहो पर रोज़-रोज़ हाज़री बजा के थक गए होंगे...या फिर बोरियत महसूस कर रहे होंगे...
एक तो शरद जी है दुसरा मै बाकी पता नही, धन्यवाद
शुक्रिया तनेजा जी
मुझे तो एक दम बदल ही डाला
अरे समीर भाई टिप्पणी कार्य के साथ साथ कृपया फ़ोटो देका कीजिए आप मुझे नहीं पहचाने ये फ़ोटो "बावरे फ़कीरा" के प्रेस कांफ़्रेंस वाला है गुरु
is baar ke chehre hain-
सुश्री सदा जी
श्री दिनेश राय द्विवेदी जी
श्री शरद कोकस जी
दीपक 'मशाल'
तनेजा जी आपकी कठिन मेहनत और चतुराई की दाद देनी होगी
मैं तो यही निवेदन करूंगा की इसे जारी रखिये.
इसी बहाने हम अपने परिवार के सदस्यों को अच्छे से पहिचान तो रहे हैं
वरना क्या पता कब कहाँ साइड से निकल जाएँ और हम पहिचान ही न पायें.
जय हिंद..
दिनेशराय द्विवेदी जी
शरद कोकास जी
Dipak 'Mashal'
महफूज अली, दीपक मशाल, शरद कोकास
Copy & pested by my
सीमा गुप्ता
दीपक मशाल
शरद कोकास
ललित शर्मा
राज भाटिया
जी के अवधिया
ज्ञानदत्त पांडेय
chaliye hamen KHOJNE aur KHOJAANE ke liye aabhar.
is paheli men Mahfooz aur Dipak MASHAAL chhipe hain.
मुझे अधिकांश लोगो ने पहचान लिया है इसका यही मतलब है ना कि मै आपके दिल के ज़्यादा करीब हूँ .. " जब ज़रा गर्दन झुकाई देख ली तस्वीरे यार "... बहुत बहुत धन्यवाद ।
श्री शरद कोकस जी
महफूज अली
दिनेशराय द्विवेदी जी
ललित शर्मा
राज भाटिया
जी के अवधिया
ज्ञानदत्त पांडेय
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