मिल गया...मिल गया...मिल गया...
पहली बार अपनी पहेली का पूर्ण विजेता मुझे मिल गया...जी हाँ!...इस बार पूरे पाँचों ब्लॉगरों को श्री समीर लाल 'उड़न तश्तरी' जी ने पहचाना है ...इसलिए उन्हें पहेली नम्बर 12 का संपूर्ण विजेता घोषित किया जाता है
कल की पहेली में शामिल ब्लॉगरों के नाम थे :
1.अजय कुमार झा जी
2.शेफाली पाण्डेय जी
3.श्रद्धा जैन जी
4.अलबेला खत्री जी
5.पवन 'चन्दन' जी
अब चलते हैँ आज की पहेली की तरफ ...तो आज आपके सामने पाँच चिर पेश हैँ और आपको पाँच ही ब्लॉगरों को खोज निकालना है ..
12 comments:
Aadarniya Sameerji ko bahut bahut badhai............
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par aaj yeh kya.......... main ek ko bhi nahin pehchaan paa raha hoon...........
khair! phir aata hoon ..... abhi soch ke....
दीपक गुप्ता
खुशदीप
और अंतिम
अंकित।
बीच के नहीं बतलाऊंगा
इनमें भी गलत बतलाये हैं
इनाम अभी तक नहीं मिला
इसी का है गिला
सबसे पहले दो पहेलियां जीतीं
पर एक का पुरस्कार भी
अभी तक जिनके लिए कहा था
उनके पास नहीं भेजा गया है।
पहेली छोड़ने की बात कर रहे हैं
हमें तो लूट लिया
पहेली बनाने वालों ने, पर
अब लुटने वाले नहीं हैं
अब सारे नहीं बतलायेंगे
पहले बकाया चुकाओ
फिर बतलायेंगे।
समीर लाल जी को
हरी हरी बधाई
बाकी जिन्होंने कम कम बतलायें हैं
उन्हें नीली पीली बधाई।
समीर जी को बधाई .. मैने भी चार तो पहचान ही लिए थे .. श्रद्धा जी को गल्ती से विभा रानी लिख दिया .. छोटी सी चूक से मैं तो आज गयी काम से !!
badhaai ji badhaai sameerlaalji ko !
waah !
mubaaraq ho.........
lekin bhai , chaar ko toh hamne bhi pahchaana tha hamaare liye koi vyavastha nahin ?
Sameer ji ko badhayi ki basket.
aaj ek bhi chehra pahchana mein nahin aa raha.
samir laal ji ko bahut bahut badhayi paheli ke vijeta bane aur wo bhi sabhi chitro ko pahchan kar ..adbhut pahchan....aur aaj bhi mere liye mushkil lag raha hai...
par sabhi chitron ko behtareen dhang se sajaya gaya hai..rajiv ji bahut bahut badhayi..
राजीव भाई,
सच बताऊं...पूरे दिन की भागदौड़ और देर रात को पोस्ट ब्लॉग पर डालने के बाद दिमाग इस कदर थक जाता है कि उस पर ज़ोर डालने की गुंजाइश ही नहीं रहती...इसलिए दूसरों को जीतते देखकर ही मजा ले लेते हैं...फुल बटा फुल मार्क्स लेने के लिए गुरुदेव को ईनाम में राजीव जी का स्कूटर साफ़ करने वाला कप़़ड़ा...
जय हिंद...
योगेश समदर्शी भी हैं इसमें एक
चित्रकला और कलम जिनकी नेक।
एक हैं अदा
सचमुच की
बाकियों के चेहरे पर
आपने बनाई है अदा।
ब्लॉग ऑनर कहां हैं
आज ताऊ पहेली पर
उनका जवाब भी दिखाई नहीं दिया।
संजू जी कहां हैं आजकल
उनका पहचानना वर्जित क्यों है ?
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