उड़न तश्तरी जी..ललित शर्मा जी…दिनेश राय द्विवेदी जी ….क्या आपके पास मेरे इन सवालों का जवाब है?

 

  • क्या आप सब के साथ भी वही सब हो रहा है जो मेरे साथ हो रहा है?…
  • क्या आपके….मेरे और तमाम ब्लोग्गरों के ख्याल मिलते-जुलते हैं?….
  • किसी प्रिय ब्लॉगर को देखने के बाद क्या आपके दिल में भी वैसी ही हुक उठती है जैसी मेरे दिल में उठती है?

 

"तू ही तू...तू हो तू ....ब्लॉगिंग रे

मेरी आरज़ू...मेरी जुस्तजू...

तू ही तू...तू ही तू ...ब्लॉगिंग रे"

उफ़!..ये क्या होता जा रहा है मुझे?...जहाँ जाता हूँ...ऐ ब्लॉगिंग!...तुझे ही पाता हूँ....

रात को सोते वक्त...सपनीली आँखों के झिलमिलाते सपनों में भी तू...

दिन में जागते वक्त भी काली-काली कजरारी आँखों में भी तू  .....

गाड़ी चलते वक्त भी दिल औ दिमाग में तू...

ख़यालों में लिख रहा होता हूँ...ख्वाबों में पढ़ रहा होता हूँ...और तो और सपनों में टिपिया भी रहा होता हूँ...

खाते…नहाते…पहनते…ओढते वक्त भी नई कहानी का ताना-बाना बुनने में व्यस्त  होता हूँ...

उफ़!...ब्लॉगिंग ने निकम्मा कर दिया...वरना मैं भी आदमी...उप्स!...सोर्री ...'लड़का' था काम का

"सर्दी-खाँसी ना मलेरिया हुआ...

मैं गया यारो..मुझको ब्लोगेरिया हुआ ...

हाँ!...ब्लोगेरिया हुआ" 

"दिन को चैन नहीं...रात को आराम नहीं...

ऐ ब्लॉगिंग ...तेरे बिना मैं ना जाऊँ कहीं"

उड़न तश्तरी जी..ललित शर्मा जी…दिनेश राय द्विवेदी जी ….अगर आपके साथ ऐसा नहीं है तो आप तमाम ब्लोग्गरों के साथ इन तस्वीरों में क्या कर रहे हैं? 

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14 comments:

Arvind Mishra said...

साबित हो गया तन और चेहरे बदल सकते हैं पर ह्रदय परिवर्तन भी हो सकता है यह देखा जाना बाकी है

Satish Saxena said...

सब अपने आपको हीरो मन लेंगे , क्यों इन्हें बिगाड़ रहे हो तनेजा जी, ब्लागिंग से भी जाते रहेंगे ...

परमजीत सिहँ बाली said...

vaah! क्या बात है इन हीरों को तो पहले देखा ही नही:)....वैसे ब्लोगरी क नशा बहुत बुरा है...हर जगह ब्लोगरी के लिए मसाला ढूँढते रहते हैं...कुछ लिखने को मिल जाए...हमे तो लगता है कम-ज्यादा इस रोग से सभी पीड़ित हैं....

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

भई वाह. इतना खूबसूरत बदलाव.

अन्तर सोहिल said...

यह ब्लागिंग नाम की हसीना है ही इतनी मस्त

प्रणाम स्वीकार करें

संजय बेंगाणी said...

यह क्या हो रहा है? :)

रवीन्द्र प्रभात said...

क्या बात है ...हा हा हा

राज भाटिय़ा said...

अरे तनेजा जी समभलो भाई , हमारा अभी यह हाल नही हमीने दो महीऒने मै हम एक दो सप्ताह की छुट्टी भी करते है, ब्लांग से.... अजी बच्चे भी तो पालने है....याद करे डां दराल जी ने कहा था कि सारा समय इस ब्लांग हसीना को मत दे...:)

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

ये ख्वाब है या कोई हकीकत?

कुछ भी हो लेकिन "लाजवाब" है।

Anil Pusadkar said...

राजीव भाई इतना खूबसूरत और वो भी इतनी खूबसूरत के साथ मैं इस जनम तो सात जनम मे भी नज़र नही आया हूंगा।आभार आपका और वो सबसे नीचे वाला तो आपको पता ही है ना कौन है?

रानीविशाल said...

हा हा हा :)
सादर
http://kavyamanjusha.blogspot.com/

Udan Tashtari said...

सब खुल कर दिखा ही दिया है तो अब क्या कहें..कुछ छिपाने को बचा है क्या सफाई देकर. :)

नीरज गोस्वामी said...

आनंद आ गया जी पूरा...
नीरज

वन्दना अवस्थी दुबे said...

अरे वाह. बहुत शानदार.

 
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