स्वादानुसार

"स्वादानुसार"

बुरकना चाहता हूँ मैं तुम्हारे...
अद्ध पनपे...अद्ध विकसित..
मगर पनपने को आतुर..
खिलखिलाते सपनों पर...

अपनी पसंद का...
नमक और मिर्च..
ताकि तुम बन सको...
मेरे अनुकूल..

मेरे...सिर्फ मेरे...
स्वादानुसार

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